इंटरमीडिएट रिजल्ट जारी करने के बाद बिहार बोर्ड अब मैट्रिक के नतीजे अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी कर सकता है। 1525 परीक्षा केंद्रों में आयोजित हुई इस साल मैट्रिक बोर्ड एग्जाम में करीब 16.84 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। बिहार बोर्ड मैट्रिक एग्जाम 17-24 फरवरी के बीच आयोजित किए गए थे। हालांकि सोशल साइंस का पेपर कैंसिल होने के कारण इसे 8 मार्च को आयोजित किया गया था।
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी www.fastresult.in वेबसाइट और Fastresult Mobile APP पर भी अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
बिहार बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने अभी नहीं मैट्रिक रिजल्ट जारी होने की आधिकारिक डेट का ऐलान नहीं किया है, हालांकि अप्रैल के पहले सप्ताह में परिणाम घोषित होने की बात रही है। उन्होंने कहा, “तैयारी अंतिम चरण में है, परिणाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी। अप्रैल के पहले सप्ताह में परिणाम जारी किए जा सकते हैं। हमारी त्वरित मूल्यांकन प्रक्रिया और कंप्यूटराइज परिणाम तैयार करने के लिए आवश्यक समय को कम करता है। हमारी आईटी टीम ने सॉफ्टवेयर तैयार किया है जो पहले इस्तेमाल किए गए सॉफ्टवेयर से 16 गुना तेज है। इसके अलावा, ओएमआर शीट का मूल्यांकन डिजिटल रूप से किया जाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "कोई अन्य शिक्षा बोर्ड छात्रों की डिटेल के साथ उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध नहीं कराता है। बारकोड और लिथो कोड के साथ टैग किया जाता है। इन तरीकों से परीक्षा कराने में पारदर्शिता रहती है। इस साल कुल मिलाकर 208 परीक्षार्थियों को परीक्षा नियमों का उल्लघंन करने के कारण निष्कासित कर दिया गया था, जबकि 53 परीक्षार्थियों को मैट्रिक परीक्षा के दौरान हिरासत में लिया गया था।"
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि टॉपर्स की सूची और सत्यापन की तैयारी 31 मार्च के बाद की जाएगी। कॉपियों का मूल्यांकन 12 से 24 मार्च तक पूरा किया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि होली की छुट्टी के कारण परिणाम का ऐलान 7-10 अप्रैल के बीच थोड़ा देरी से हो सकता है।
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