उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे। इसी तरह ऐसे कक्ष निरीक्षक जिनके परिचित और रिश्तेदार जिस परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहे हैं वो उस केंद्र पर कक्ष निरीक्षण कार्य के लिए पात्र नहीं होंगे।
परीक्षा केंद्रों से संबंधित विद्यालय के ऐसे अध्यापकों की सूची प्राधानाचार्य या केंद्र व्यवस्थापक द्वारा तैयार की जा रही है। परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने लगभग तैयारी पूरी कर ली है।
यूपी बोर्ड परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हो रही है। इस बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 42,080 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। जिस दिन जिस विषय की परीक्षा होगी उस सत्र में उस विषय के अध्यापक की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के रूप में नहीं लगाई जाएगी।
पुरुष कक्ष निरीक्षक द्वारा किसी भी बालिका परीक्षार्थी की तलाशी नहीं लेगा, छात्रों की तरह कक्ष निरीक्षक भी परीक्षा के दौरान मोबाइल, कैलकुलेटर या ऐसे किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग नहीं कर सकेंगे। इस क्रम में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षाओं के दौरान कक्ष निरीक्षकों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इनमें कक्ष निरीक्षकों के चयन से लेकर उनके कार्यों और उत्तरदायित्वों का पूरा लेखा-जोखा है।
40 से अधिक परीक्षार्थियों के कक्ष में तीन निरीक्षकों की रहेगी ड्यूटी
प्रत्येक कक्ष में दो कक्ष निरीक्षक लगाए जाएंगे एवं पांच कक्षों के बीच एक अवमोचक की व्यवस्था रखी जाएगी। यदि एक कक्ष में 40 परीक्षार्थी है तो यहां दो कक्ष निरीक्षक की तैनाती अनिवार्य रहेगी, जबकि 60 परीक्षार्थियों पर तीन कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। जिन परीक्षा केंद्रों पर बालिकाओं की परीक्षा होगी वहां पर महिला कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति अनिवार्य की गई है।
प्रश्नपत्रों की गोपनीयता का जिम्मा भी रहेगा
कक्ष निरीक्षकों पर प्रश्नपत्रों की गोपनीयता और सुरक्षा का पूरा जिम्मा रहेगा। नकल सामग्री, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर या ऐसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि के प्रवेश पर कड़ी निगरानी रहेगी। कक्ष निरीक्षक परीक्षा कक्ष में निरीक्षण कर सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाने वाली कोई पाठ्य सामग्री, पोस्टर, चार्ट, आदि सामग्री के साथ प्रवेश न कर सकें।
3500 शिक्षकों की ड्यूटी लगेगी
बोर्ड परीक्षा में बेसिक शिक्षा विभाग के 956 शिक्षकों समेत 1500 अध्यापकों को जिम्मेदारी दी जाएगी। साथ ही दो हजार के लगभग कक्ष निरीक्षक बनाए जाएंगे। इस बार सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए जाएंगे।
बोर्ड परीक्षा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, जल्द ही परीक्षा से संबंधित रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी। परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए इस बार कई अहद कदम उठाए जा रहे हैं। - डॉ. धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक
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